Vrikshasana Benefits in Hindi And its Right Poses
Vrikshasana करने का सही तरीका और इसके फायदे in Hindi
Vrikshasana वृक्ष का अर्थ है पेड़ इस आसन में आपके शरीर की स्थिति एक वृक्ष के समान स्थिर तनी हुई और मजबूत हो जाती है।
वृक्षासन करने का सही तरीका
सबसे पहले अपने पैरों को परस्पर 2 इंच की दूरी पर रखकर सीधे खड़े हो जाए जैसा कि नीचे दिखाया गया है।
अपनी आंखों के सामने किसी एक बिंदु पर अपना पूरा ध्यान केंद्रित करते हुए एक गहरी लंबी सांस छोड़ते हुए सावधानी से अपने दाएं पैर को मोड़ते हुए धीरे से ऊपर उठाएं उसके पंजे को अपने बाएं पैर की अंदरूनी जाग पर रख दे।
एक बात का विशेष ध्यान दें। कि आपकी एडी आपके मूलाधार क्षेत्र सहित सटी हुई हो एक बार स्थिति में स्थिर हो जाने के बाद एक गहरी सांस लेते हुए
धीरे से अपनी बाहों को फैलाएं और उन्हें धीरे से अपने सर के ऊपर ले जाते हुए नमस्कार की मुद्रा में खड़े हो जाए। जैसा के नीचे दिखाया गया है।
Vrikshasana करने के फायदे|Benefits of doing Vrikshasana
इस स्थिति में सामान्य रूप से सांस ले और छोड़े और 10 से 30 तक खड़े रहे यह आसान मस्तिष्क में संतुलन स्थिरता और सजकता को बढ़ाता है।
वृक्षासन आपकी न्यूरोमस्कुलर कोऑर्डिनेशन को बेहतर बनाता है। इस आसन से पैरों की मांसपेशियां मजबूत होती है।
किन लोगों को यह आसान नहीं करना चाहिए
यदि आप गठिया चक्कर या मोटापे से पीड़ित हो तो कृपया यह आसान न करें।
10 से 30 सेकंड तक वृक्षासन में खड़े रहने के बाद सांस छोड़ते हुए धीरे से अपने हाथों को नीचे ले आए
अब अपने दाएं पैर को आहिस्ता से नीचे रखकर सीधे खड़े हो गहरी लंबी सांस ले अब इस पूरे process को बाएं पैर से दोहराएं। जैसा कि नीचे दिखाया गया है।
वृक्षासन आपके शरीर के साथ दिमाग को भी तंदरुस्त बनाता है। इस आसन से आपके मस्तिष्क की सजकता बढ़ती है। आप अपने काम को एकाग्रता से करने में सक्षम बनते हैं।
Conclusion
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