कोलकाता में भारी सुरक्षा के बीच ‘द बंगाल फाइल्स’ का पहला शो
कोलकाता के नेशनल लाइब्रेरी परिसर स्थित डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी भाषा भवन सभागार में शनिवार शाम ‘द बंगाल फाइल्स’ का पहला विशेष शो आयोजित किया गया। इस शो का आयोजन सामाजिक-सांस्कृतिक संगठन ‘खोला हावा’ की ओर से किया गया, जिसमें फिल्मकार विवेक अग्निहोत्री और अभिनेत्री-निर्माता पल्लवी जोशी भी मौजूद रहीं।



गृह मंत्री का हस्तक्षेप
इस कार्यक्रम को लेकर केंद्र सरकार ने विशेष सतर्कता बरती। शुक्रवार से ही नेशनल लाइब्रेरी में केंद्रीय बलों की तैनाती कर दी गई थी। बताया जाता है कि इस स्क्रीनिंग को संभव बनाने में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने स्वयं हस्तक्षेप किया और पूरे मामले में व्यक्तिगत रुचि दिखाई।
भाजपा नेताओं का बयान
‘खोला हावा’ के अध्यक्ष और भाजपा के वरिष्ठ नेता स्वपन दासगुप्ता ने कहा,
“इतिहास दिखाने से हमें कोई नहीं रोक सकता। गृह मंत्री ने इस मामले में सीधी मदद की, जिसके चलते यह शो संभव हो सका। यह एक प्राइवेट, इन्वाइट-ओनली स्क्रीनिंग है, इसमें कोई गैरकानूनी बात नहीं है। फिल्म सेंसर बोर्ड से पास हो चुकी है और यदि कोई बाधा डाली जाती है, तो यह केवल राजनीतिक कारणों से होगा।”
निर्माताओं की प्रतिक्रिया
निर्देशक विवेक अग्निहोत्री ने कहा कि यह कोलकाता में पहला शो है और उम्मीद है कि आगे भी कई जगह ऐसे शो होंगे।
वहीं, अभिनेत्री-निर्माता पल्लवी जोशी भावुक नज़र आईं। उन्होंने कहा –
“बंगाल में बनी फिल्म को बंगाल में ही दिखाया जा रहा है, लेकिन जिस तरह इतनी भारी सुरक्षा में स्क्रीनिंग करनी पड़ी, उसे देखकर मन दुखी हो गया। क्या इतिहास को दिखाना भी गुनाह है?”
फिल्म और विवाद
‘द बंगाल फाइल्स’ विवेक अग्निहोत्री की चर्चित फाइल्स ट्रिलॉजी की अंतिम कड़ी है। इससे पहले ‘द ताशकंद फाइल्स’ और ‘द कश्मीर फाइल्स’ चर्चा में रही थीं। यह फिल्म 1946 में कोलकाता में हुए डायरेक्ट एक्शन डे के दौरान दंगों की पृष्ठभूमि पर आधारित है।
फिल्म को लेकर पश्चिम बंगाल में शुरू से ही विवाद बना रहा।
- एक प्रमुख मल्टीप्लेक्स चेन ने ट्रेलर लॉन्च कैंसिल कर दिया।
- होटल में किए गए कार्यक्रम को पुलिस हस्तक्षेप से बीच में रोकना पड़ा।
- निर्माताओं का आरोप है कि राजनीतिक दबाव और डर के कारण राज्य में फिल्म पर “अनौपचारिक प्रतिबंध” लगाया गया।
आगे की योजना
इसके बावजूद कोलकाता में इस स्पेशल स्क्रीनिंग का आयोजन भाजपा समर्थित संगठन ‘खोला हावा’ ने कराया। समिति का कहना है कि यदि यह सफल रहा तो आने वाले दिनों में देश के अन्य हिस्सों में भी ऐसे प्राइवेट शो आयोजित किए जाएंगे।