जोड़ो में दर्द क्यों होता है?

Jodo me dard यानी Joint Pain एक ऐसी समस्या है जो किसी भी उम्र के व्यक्ति को परेशान कर सकती है। पहले इसे बुजुर्गों की बीमारी माना जाता था लेकिन आजकल कम उम्र के लोग भी इससे पीड़ित हैं।
लंबे समय तक बैठकर काम करना, शारीरिक गतिविधियों की कमी और गलत खानपान इसकी बड़ी वजह बनते जा रहे हैं।
जोड़ो में दर्द के मुख्य कारण
- चोट लगना या गिरना – कई बार हल्की चोट या एक्सीडेंट से हड्डी या लिगामेंट में चोट आ जाती है जिससे जोड़ सूज जाते हैं और दर्द होने लगता है।
- आर्थराइटिस (गठिया) – यह सबसे कॉमन कारण है। इसमें जोड़ धीरे-धीरे घिसने लगते हैं और चलने-फिरने में परेशानी होती है।
- रूमेटाइड आर्थराइटिस – यह एक ऑटो-इम्यून बीमारी है जिसमें शरीर खुद के ही जोड़ों पर हमला करने लगता है और सूजन व दर्द बढ़ जाता है।
- यूरिक एसिड का बढ़ना (गठिया बाय) – खून में यूरिक एसिड ज्यादा हो जाने पर उसके क्रिस्टल्स जोड़ो में जम जाते हैं जिससे तेज दर्द और सूजन हो सकती है।
- कैल्शियम और विटामिन डी की कमी – अगर शरीर में ये दोनों पोषक तत्व कम हों तो हड्डियां कमजोर होने लगती हैं और दर्द शुरू हो जाता है।
- इंफेक्शन – जोड़ में पस भर जाना या बैक्टीरियल इंफेक्शन भी अचानक दर्द का कारण हो सकता है।
कौन से टेस्ट जरूरी हैं?
- एक्स-रे (X-Ray): फ्रैक्चर, हड्डी टूटने या ऑस्टियोआर्थराइटिस जैसी समस्या जानने के लिए।
- ब्लड टेस्ट: यूरिक एसिड, इंफेक्शन और रूमेटाइड फैक्टर की जांच के लिए।
- MRI/CT Scan: अगर दर्द ज्यादा समय तक बना रहे और कारण स्पष्ट न हो।
जोड़ो के दर्द से राहत के आसान उपाय
- नियमित एक्सरसाइज करें – हल्की स्ट्रेचिंग और योगासन जोड़ो को लचीला बनाते हैं और दर्द कम करते हैं।
- सूरज की धूप लें – सुबह 15-20 मिनट धूप में बैठना विटामिन डी का सबसे अच्छा स्रोत है।
- हेल्दी डाइट लें – दूध, दही, पनीर, हरी सब्जियां और प्रोटीन युक्त आहार हड्डियों को मजबूत बनाते हैं।
- गर्म सिकाई करें – सूजन और दर्द कम करने के लिए गर्म पानी की बोतल या हीट पैक का इस्तेमाल करें।
- वजन कंट्रोल करें – ज्यादा वजन होने पर घुटनों और टखनों पर प्रेशर बढ़ता है जिससे दर्द बढ़ता है।
- पानी ज्यादा पिएं – डिहाइड्रेशन से भी जॉइंट्स की लुब्रिकेशन कम हो जाती है।
कौन से योगासन मददगार हैं?
- ताड़ासन और त्रिकोणासन – हड्डियों को मजबूत करने में मददगार।
- वज्रासन – पाचन सुधारने के साथ-साथ घुटनों को ताकत देता है।
- भुजंगासन और शलभासन – कमर और रीढ़ की हड्डी के लिए बेहतरीन।
कब डॉक्टर से मिलना चाहिए?
- दर्द लगातार बढ़ रहा हो।
- जोड़ में ज्यादा सूजन हो।
- चलने-फिरने में दिक्कत हो।
- दवाइयों और घरेलू उपायों से भी आराम न मिले।
निष्कर्ष
जोड़ों का दर्द आम समस्या है लेकिन इसे नजरअंदाज करना खतरनाक हो सकता है। समय रहते सही टेस्ट, एक्सरसाइज, संतुलित आहार और डॉक्टर की सलाह से आप इस समस्या पर काबू पा सकते हैं। याद रखें – हड्डियां और जोड़ आपकी जिंदगी का आधार हैं, इन्हें मजबूत रखना आपकी जिम्मेदारी है।
