NASA और SpaceX का Crew-11 मिशन लॉन्च, 4 देशों के अंतरिक्ष यात्री पहुंचे ISS की ओर
NASA और SpaceX का Crew-11 मिशन लॉन्च: चार अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्षयात्री रवाना हुए ISS की ओर
NASA और SpaceX ने मिलकर शुक्रवार को चार अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्षयात्रियों की टीम को अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) की ओर रवाना किया। यह लॉन्च अमेरिका के केनेडी स्पेस सेंटर, फ्लोरिडा से किया गया, जिसमें स्पेसएक्स का Falcon 9 रॉकेट और Dragon कैप्सूल का इस्तेमाल हुआ।
कौन-कौन हैं इस मिशन में?
इस मिशन में शामिल हैं:
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Zena Cardman (NASA)
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Michael Fincke (NASA)
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Oleg Platonov (रूस)
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Kimiya Yui (जापान)
यह चारों अंतरिक्ष यात्री करीब 16 घंटे की उड़ान के बाद शनिवार सुबह ISS पर पहुंचेंगे।
क्या है Crew-11 की खास बात?
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सामान्य तौर पर NASA के मिशन ISS पर 6 महीने के होते हैं।
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Crew-11 मिशन को 8 महीने तक बढ़ाया जा सकता है, ताकि अमेरिका और रूस के मिशनों की टाइमिंग मेल खा सके।
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फिलहाल NASA अगले कुछ महीनों तक Dragon कैप्सूल की स्थिति की निगरानी करेगा, फिर यह तय होगा कि मिशन 8 महीने तक चलेगा या नहीं।
मौसम बना बाधा, फिर भी सफल रहा लॉन्च
गुरुवार को खराब मौसम के कारण लॉन्च टालना पड़ा था, लेकिन शुक्रवार को मौसम ठीक रहा और सुबह 11:43 बजे (ईस्टर्न टाइम) लॉन्च सफल रहा।
NASA और रूस के अधिकारियों की अहम मुलाकात
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लॉन्च से पहले NASA और रूस की स्पेस एजेंसी Roscosmos के प्रमुखों की 2018 के बाद पहली बार आमने-सामने मुलाकात हुई।
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इस दौरान दोनों देशों ने ISS पर सहयोग जारी रखने की बात की, लेकिन चंद्रमा मिशनों (Moon Missions) पर कोई नया समझौता नहीं हुआ।
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रूस अब चीन के चंद्रमा कार्यक्रम के साथ जुड़ गया है और NASA के Artemis मिशन से अलग हो चुका है।
क्यों खास है यह मिशन?
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भारत सहित दुनियाभर के लिए यह मिशन अहम है, क्योंकि यह दिखाता है कि अंतरिक्ष में अंतरराष्ट्रीय सहयोग अब भी संभव है, चाहे धरती पर हालात कैसे भी हों।
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रूस और अमेरिका के बीच तनाव के बावजूद ISS के लिए मिलकर काम करना एक सकारात्मक संकेत है।